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2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के अरविंद गोप को हराया
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दो पूर्व मंत्रियों को दी शिकस्त
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अनुभव, जाति और ऊर्जा के संतुलन का अनोखा उदाहरण देता एक मंत्री
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पुराने जंगलराज व मौजूदा गठबंधन के कई चेहरों पर अकेले भारी पड़ रहे एक मंत्री
बाराबंकी। राजनीति के एक अजेय खिलाड़ी और योगी सरकार 2.O में मंत्री , बेहद दिलचस्प है सियासी सफर. हम बात कर रहे है. सतीश शर्मा की जो की बाराबंकी के दरियाबाद विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार विधायक है और योगी कैबिनेट में शामिल भी हुए. वर्तमान में राज्य मंत्री हैं। भाजपा संगठन की राजनीति से लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्यमंत्री पद तक का बाराबंकी की दरियाबाद विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार विधायक बने सतीश चंद्र शर्मा का राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प है. संगठन हो या जनप्रतिनिधि, राजनीति के दोनों पहलुओं में सतीश शर्मा ने सफलता के कई कीर्तिमान गढ़े हैं। अनुभव, जाति और ऊर्जा के संतुलन का जीता जगता उदाहरण बने. बाराबंकी के दरियाबाद विधानसभा सीट से लगातार विधायक सतीश शर्मा जो न सिर्फ ब्रम्हाण समाज का एक बड़ा चेहरा हैं बल्कि सभी जातियों को संतुलित कर राजीनीति को एक नयी तस्वीर भी दे रहे है।
बाराबंकी जिला पूर्वांचल का प्रवेश द्वार कहा जाता है और बगल में अयोध्या का नाम तो राममंदिर की वजह से विश्वभर में सुर्खियों में रहा है। यहाँ लोग अन्य सरकारों के दौरान जंगलराज को याद कर बहुत कुछ कहने लगे है। वही बदलाव के इस दौर में भाजपा को हमेशा पूर्व सरकारों के जमे जमाये नेताओं से चुनौती मिल रही है। लेकिन एक नई पीढ़ी के नेता ने भाजपा को यहाँ पूरी तरह से स्थापित करने की शुरुआत की थी। अरविन्द सिंह गोप व राजीव कुमार सिंह जैसे दिग्गजों को चुनाव में न सिर्फ़ पटखनी दी बल्कि नेताओं के राजनीतिक करियर पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिया। भाजपा हाईकमान के निर्देश पर बाराबंकी व अयोध्या लोकसभा सीट पर मंत्री सतीश सिंह ने न सिर्फ़ स्थानीय स्तर पर लोगों को एकजुट किया बल्कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि बाराबंकी जनपद में भाजपा में कोई आंतरिक गुटबाज़ी नहीं नज़र नहीं आ रही है। रही सही कसर है मोदी और योगी की रैली ने पूरी कर दी लोगो की मानें तो बाराबंकी व अयोध्या ज़िले पर रैली ने समीकरण बदल दिए हैं।
अब तक सभी चुनावों में जीत
2007 में बीजेपी युवा मोर्चा से अपना राजनीतिक करियर शुरू करने वाले सतीश शर्मा ने अपने राजनीतिक सफर में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. इसके बाद वे युवा मोर्चा के मंडल संयोजक और क्षेत्रीय मंत्री के साथ-साथ मुख्य संगठन के क्षेत्रीय महासचिव भी रहे। इसके बाद अब वह योगी कैबिनेट का हिस्सा हैं. आपको बता दें कि सतीश शर्मा ने अब तक जो भी चुनाव लड़ा है उसमें जीत हासिल की है यानी वह राजनीति के अजेय खिलाड़ी साबित हुए हैं।
2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के अरविंद गोप को हारे
सतीश शर्मा पहली बार 2010 में सिद्धौर चतुर्थ से जिला पंचायत सदस्य के रूप में जन प्रतिनिधि बने। इसके बाद वह 2015 में सिद्धौर जिले से दूसरी बार जिला पंचायत सदस्य चुने गए। 2017 में, भाजपा ने बाराबंकी की दरियाबाद विधानसभा सीट से सतीश शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया, जबकि पूर्व मंत्री और छह बार के विधायक सपा उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह 50,000 में से 686 वोटों से हार गए थे।
वह 2017 के संसदीय चुनाव में बाराबंकी जिले में सबसे अधिक वोट पाने वाले प्रांतीय पार्षद थे। 2022 के संसदीय चुनाव में उन्होंने सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप को 32,402 वोटों से हराया।
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