रायबरेली। 20 मई को होने वाले लोकसभा के पांचवें चरण के चुनाव के लिए आज शाम को प्रचार थम जायेगा। इससे पहले अन्य जिलों के साथ प्रदेश की सबसे हॉट सीट रायबरेली में भी जोर शोर से चुनाव प्रचार हो रहा है। इसी कड़ी में बीते दिन अपने मौजूदा संसदीय क्षेत्र पहुंची सोनिया गांधी ने बेटे राहुल गांधी के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मंच से बेहद भावुक अपील की।
राहुल ने दी 100 साल पुराने रिश्ते की दुहाई
वहीं राहुल गांधी, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी भी जनता के सामने अपना-अपना पक्ष रख रहे हैं और उनका प्यार व आशीर्वाद मांग रहे हैं। इधर, हाल ही में बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में रायबरेली-अमेठी पहुंचे केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने जहां गांधी परिवार के रिश्ते पर सवाल उठाये, वहीं राहुल ने अपने परिवार के 100 साल पुराने रिश्ते की दुहाई दी।
इस समय रायबरेली में दो नारे प्रमुखता से सुनाई दे रहे हैं जैसे कि रायबरेली के राहुल… रायबरेली का बेटा दिनेश। राहुल-अखिलेश और प्रियंका के मंच पर आने से पहले भाषण देने वाले वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि यहां का चुनाव सांसद चुनने का नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री चुनने का है। ऐसा कहने वालों में सपा नेता आरपी यादव भी शामिल रहे हैं। लेकिन जैसे ही शीर्ष नेता मंच पर आते हैं, नारा बदल जाता है और आवाज आने लगती है अबकी बार, पांच लाख पार। इस नारे को सुनकर साफ कहा जा सकता है कि इंडिया के नेताओं को पूरा भरोसा है कि यहां लड़ाई सिर्फ परिणाम की नहीं है बल्कि मार्जिन की भी है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल को बब्बर शेर कहा
वहीं जनसभा समाप्त होने के 15- 20 मिनट पहले मंच पर पहुंची कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी लोगों को संबोधित करती हुई कहती हैं कि आपने हमेशा मेरा आंचल अपने आशीर्वाद से भरा है। अब मैं आपको अपना बेटा सौंप रही हूं। जैसे मुझे अपनाया वैसे ही राहुल को भी अपनाइये। मैं रहूं या ना रहूं राहुल आपको कभी निराश नहीं करेंगे। वहीं मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी को बब्बर शेर कहकर भाजपा से न डरने का संदेश दिया और बखूबी समझाने का प्रयास किया कि मोदी सरकार ने 22 पूंजीपतियों का जितना कर्ज माफ किया है उससे 24 बार किसानों का कर्ज माफ हो सकता था।
अखिलेश ने दिखाए समाजवादी तेवर
इतने ही साल के लिए मनरेगा के बजट का इंतजाम हो सकता था। उन्होंने यह समझाने की कोशिश कि कांग्रेस की घोषणाएं हवाई नहीं है। सत्ता मिलने पर 4 जून को लिस्ट बन जाएगी और 4 जुलाई को खाते में राशि पहुंच जाएगी। वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव भी अपने समाजवादी तेवर में नजर आए। उन्होंने रायबरेली के भाजपा प्रत्याशी को मंच से ही भूमाफिया कहकर ललकारा और आक्रामक ढंग से पीएम मोदी और अमित शाह पर निशाना साधा।
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