आजमगढ़। एशियाई महाद्वीप के देश किर्गिस्तान में इन दिनों हिंसा भड़की है। स्थानीय लोग बाहरी लोगों पर हमला कर रहे हैं। भारत के भी कई छात्र किर्गिस्तान में एमबीबीएस कर हैं जिनमें आजमगढ़ जनपद के छह छात्र शामिल हैं। हिंसा फैलने की जानकारी मिलते ही जिले में छात्रों के परिवारों में चिंता बढ़ गई। हर कोई अपने बच्चे की सलामत के लिए दुआ कर रहा है और उनकी घर वापसी का इंतजार कर रहा है।
जिले के आधा दर्जन छात्र किर्गिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें जिले के निजामाबाद थाने के सुरई गांव के दो, चकिया हुसैनाबाद के एक, सरायमीरा खरेवां मोड़ के एक और बिलरियागंज के दो छात्र शामिल हैं। इनमें से तीन छात्रों का रिटर्न टिकट भी हो गया है। छात्रों के परिजनों ने बताया निजामाबाद के सुराई निवासी मो. आतिफ, अबु होरैरा व चकिया हुसैनाबाद निवासी युसूफ की वापसी का टिकट हो गया है। वे 29 मई को भारत वापस लौट रहे हैं। अन्य परिजन भी अपने बच्चों को हिंसाग्रस्त किर्गिस्तान से वापस बुलाने की तैयारी में हैं।
वाट्सएप कॉल पर सुराई निवासी आतिफ ने बताया कि 13 मई से यहां के हालात खराब है। पहले तो सिर्फ पाकिस्तानी छात्रों को निशाना बनाया जा रहा था लेकिन अब हर विदेशी छात्र को टारगेट किया जा रहा है। हम सभी हास्टल में हैं और सरक्षित है। किसी को भी हॉस्टल से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है।
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