इन दिनों स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां चल रही हैं। ऐसे में लोग घूमने का प्लान बना रहे हैं। कोई रिश्तेदारों के घर जा रहा है तो कोई पर्यटक स्थलों की तरफ रुख कर रहा है। वैसे में देश में बहुत से पर्यटक स्थल है, जो बेहद खूबसूरत हैं लेकिन आज हम बात करेंगे मिनी कश्मीर कहे जाने वाले पचमढ़ी की। मध्य प्रदेश में स्थि पंचमढ़ी पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती है। यहां स्थित प्रचीन पर्यटन स्थलों पर घूमकर पर्यटक छुट्टियों का आनंद ले रहे हैं। चमढ़ी में एक दर्जन से अधिक पर्यटन स्थल हैं। आइए जानते हैं पंचमढ़ी के पर्यटकों स्थलों की क्या-क्या खासियत है।
सबसे ऊंचा स्पॉट है धूपगढ़
धूपगढ़ को पचमढ़ी का सबसे ऊंचा स्थान माना जाता है। इसके साथ ही यहां एक झील, छोटे महादेव मंदिर, चारुगाह, पांडव गुफा, अफसरा विहार, रीछगढ़ आदि हैं।
पांडव गुफाएं
पचमढ़ी में पांच गुफाएं हैं,जिन्हें पांडवों की गुफाएं कहा जाता है। कहते हैं इन्हीं गुफाओं की वजह से यहां का नाम पचमढ़ी पड़ा। कहा जाता है कि वनवास के दौरान पांडव यहां ठहरे थे। पुरातत्वेत्ताओं का मानना है कि इन गुफाओं को 9वीं और 10वीं शताब्दी में गुप्त काल के दौरान बौद्धों ने बनवाया था।
बी-फॉल्स
पचमढ़ी के हिल स्टेशन पर बी फॉ नामक झरना है। इस झरने से साल भर पानी गिरता रहता है। बी फॉल में लगभग 150 फीट की ऊंचाई से पानी गिरता है। यहां का परिदृश्य बेहद खूबसूरत है। पचमढ़ी आने वाला कोई भी व्यक्ति यहां अवश्य आता है।
जटाशंकर
जटाशंकर गुफा पचमढ़ी शहर से 1.5 किमी दूरी पर स्थित है। इसके ऊपर आप एक विशाल विशाल शिलाखंड भी है बिना किसी सहारे के झूलती हुई प्रतीत होती है। हनुमान मंदिर भी जटाशंकर मार्ग पर ही स्थित है।
हन्डी खो
300 फीट की गहराई में स्थित हन्डी खो पचमढ़ी की सबसे गहरी और संकरी घाटी है। दोनों तरफ घने जंगलों से घिरी इस घाटी में बहते पानी आवाज साफ सुनाई देती है।
चौरागढ़ पहाड़ी
पचमढ़ी में चौरागढ़ पहाड़ी स्थित है। यहां पहुंचने के लिए पर्यटकों को चार किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। यहां भगवान महादेव का मंदिर है जिसके दर्शन के लोए लोग आते हैं।
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